13 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को अभी तक नही मिल पाया सीबीएसई ऐफिलेशन। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने सीबीएसई चेयरमैन से किया ऐफिलेशन देने का आग्रह।

 विभिन्न कारणों से अभी तक राज्य के 13 अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेजों को सीबीएसई ऐफिलेशन न मिल पाने के प्रकरण पर महानिदेशक विद्यालय शिक्षा उत्तराखंड द्वारा संज्ञान लिया गया है।  उन्होंने सीबीएसई के चेयरमैन से राज्य के इन अटल उत्कृष्ट इंटर कॉलेजों को संबद्धता देने के लिए आग्रह किया है। राज्य में अभी तक 176 राजकीय इंटर कॉलेजों को अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज के रूप में सीबीएसई की मान्यता प्राप्त हो चुकी है, जबकि संबद्धता की शर्तें पूरा न कर पाने के कारण 13 विद्यालयों का अभी तक सीबीएसई का ऐफिलेशन नहीं मिल पाया है। 


उल्लेखनीय है कि राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी विद्यालयों में सीबीएसई ऐफिलेशन के साथ अंग्रेजी माध्यम में शिक्षण शुरू करने और  गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलव्ध करवाने के उद्देश्य से प्रत्येक विकासखंडों में दो-दो राजकीय इंटर कॉलेजों का चयन अटल उत्कृष्ट इंटर कॉलेजों के रूप में किया गया था। इन सभी विद्यालयों में सीबीएसई एफीलिएशन के साथ ही अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में शिक्षण आरंभ किया गया है। अभी तक 176 विद्यालयों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी सीबीएसई द्वारा प्रोविजनल ऐफिलेशन भी दिया जा चुका है, जबकि संबद्धता के मानक पूरा न कर पाने के कारण अभी भी राज्य के 13 अटल उत्कृष्ट इंटर कॉलेजों को सीबीएसई संबद्धता नही मिल पाई है। इन विद्यालयों द्वारा मार्च 2021 में सीबीएसई के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया था। महानिदेशक विद्यालय शिक्षा बंशीधर तिवारी ने अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के चेयरमैन को पत्र भेजकर इन विद्यालयों को शीघ्र सीबीएसई संबद्धता देने का आग्रह किया है। महानिदेशक ने कहा है कि नई व्यवस्था को समझने और उसे अपनाने के आरंभिक चरण में अनेक समस्याएं आना स्वाभाविक है।  उत्तराखंड की विशेष भौगोलिक परिस्थितिया हैं और ग्रामीण क्षेत्रो में इंटरनेट आदि मूलभूत सुविधाओं  का भी अभाव है। उन्होंने सीबीएसई के चेयरमैन से तृतीय चरण में एफीलिएशन की औपचारिकताएं पूरा करने वाले विद्यालयों को शीघ्र संबद्धता देने तथा तकनीकी समस्याओं के कारण दो बार शुल्क का भुगतान करने वाले विद्यालयों के एक बार का शुल्क लौटाने के साथ ही विद्यालयों को OASIS पोर्टल पर अर्थदंड से छूट देने का भी आग्रह किया है।

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