Teachers day: शिक्षक दिवस पर शिक्षकों की यह कैसी उपेक्षा, जिले के उत्कृष्ट शिक्षकों की सूची में जौनपुर, जाखणीधार और देवप्रयाग से एक भी शिक्षक को नहीं मिला स्थान, आखिर शिक्षकों का यह कैसा सम्मान


शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर तक उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल और विभागीय निर्देशों के बावजूद टिहरी जिले के तीन विकासखंडों से उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में एक भी शिक्षक का चयन नहीं हो पाया। जबकि इन विकासखंडों में अनेक नवाचारी शिक्षक अपने उत्कृष्ट कार्यों के जरिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपने विद्यालयों को पहचान दिला चुके हैं।

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर तक अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने की पहल पर विभाग द्वारा जनपद और विकासखंड स्तर पर शिक्षकों को उनके नवाचारी कार्यों के आधार पर सम्मानित करने के निर्देश सभी जनपदों को जारी किए गए थे। विकासखंड स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षकों के रूप में चुने गए अध्यापकों की सूची जनपद को भेजे जाने पर टिहरी जिले में जनपद स्तर पर 6 विकासखंडों चम्बा, नरेंद्रनगर, भिलंगना, प्रतापनगर, कीर्तिनगर और थौलधार से शिक्षक दिवस के मौके पर उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में सम्मानित करने के लिए 23 शिक्षकों की सूची जारी की गई है, जबकि विकासखंड जौनपुर, जाखणीधार और देवप्रयाग से एक भी शिक्षक को जिले के उत्कृष्ट शिक्षकों की सूची में स्थान नहीं मिल पाया। जानकारी के मुताबिक इन विकासखंडों से समयांतर्गत जनपद को सम्मानित किए जाने वाले शिक्षकों की सूची न भेजा जाना इसका बड़ा कारण माना जा रहा है। 'हिमवंत' के Whatsapp Group से जुड़ने के लिए यहां टच करें

     इन तीनो विकासखंडों में अनेक नवाचारी शिक्षक अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं। विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक विकास खंड से प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में कम से कम 4-4 शिक्षकों का चयन करते हुए जनपद स्तर पर जिलाधिकारी, क्षेत्रीय विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सम्मानित करने के निर्देश दिए गए थे, चूक जिस स्तर से भी हुई हो, लेकिन इन तीन विकासखंडों से एक भी शिक्षक को जनपद के उत्कृष्ट शिक्षकों की सूची में स्थान न मिलने और शिक्षक दिवस पर जिले के इन विकासखंडों के शिक्षकों की कथित उपेक्षा से शिक्षकों में नाराजगी होना स्वाभाविक है। 

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Comments

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  2. सर प्रणाम। मेरे मार्गदर्शन में विगत कई वर्षों से विज्ञान के क्षेत्र में बहुत सारे छात्र छात्राएं हर स्तर पर प्रतिभाग कर चुके हैं जिसमें 4 बार राष्ट्रीय स्तर के लिए भी चयन हो चुका है।
    पुरुस्कार की लालसा नहीं है लेकिन हमें उक्त के सम्बन्ध में कोई जानकारी भी नहीं दी गरी
    नरेन्द्र तिवाडी, प्रवक्ता रसायन
    राधिका प्लेंटी डोबलयो,, देवप्रयाग,किंग


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    1. जी सर, यह केवल आपकी ही शिकायत नही, बेहतरीन कार्य करने वाले अनेक शिक्षक-शिक्षिकाओं की भी यही पीड़ा है।

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  3. Very true , 💯 agree with.

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