SCERT Uttarakhand: स्कूली बच्चे अब 'विरासत' में पढेंगे उत्तराखंड राज्य आंदोलन का इतिहास

Himwant Educational News: उत्तराखण्ड के सरकारी स्कूलों के छात्र अब राज्य आंदोलन का इतिहास भी पढ़ेंगे। इसके लिए शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश पर विभाग की ओर से विरासत नाम से पुस्तक तैयार की जा रही है। विरासत की पाठ्य सामग्री के लिए राज्य के सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों से जानकारी मांगी गई है। यह खबर YouTube पर भी देखें
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NEP 2020 के तहत उत्तराखण्ड के छात्र-छात्राओं को स्थानीय बोली, भाषा की जानकारी के लिए प्राथमिक स्तर पर उन्हें गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी में पढ़ाया जा रहा है। एससीईआरटी की ओर से कक्षा एक से तीन तक के बच्चों के लिए पुस्तकें तैयार की गई हैं। जबकि माध्यमिक स्तर पर छात्र राज्य के इतिहास, भूगोल, संस्कृति और रीतिरिवाज, प्रमुख त्योहार, मेले, उत्सव, राज्य आंदोलन के इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम में राज्य के लोगों की भूमिका और राज्य के प्रसिद्ध लोगों के बारे में पढ़ेंगे। इसके लिए पुस्तक तैयार की जा रही है। राज्य के सभी डायट इस संबंध में ड्राफ्ट तैयार कर एससीईआरटी को देंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा इस पुस्तक को स्कूलों में कक्षा पांचवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जाएगा। जल्दी ही विरासत के नाम से या पाठ्यपुस्तक उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चों को उपलब्ध करवाई जाएगी। यह खबर YouTube पर भी देखें

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