Education system: जूनियर से माध्यमिक में उच्चीकृत विद्यालयों में कक्षाओं का अलग-अलग संचालन अव्यवहारिक, एक ही परिसर में अलग अलग संचालित विद्यालयों का किया जाए एकीकरण- चेतन प्रसाद नटियाल, उपनिदेशक से.नि.

Himwant Educational News: विद्यालयी शिक्षा विभाग में उप निदेशक सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों पर सेवाए देने वाले सेवानिवृत्त अधिकारी चेतन प्रसाद नौटियाल ने मौजूदा समय में एक ही परिसर में संचालित उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को एकीकृत किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा है की राज्य के सरकारी विद्यालयों में घटती नाकांकन दर चिंता का विषय है।   
    हिमवंत के सपादक के साथ दूरभाष पर हुई वार्ता में उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी द्वारा एक ही परिसर में संचालित उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों का संचालन एक साथ करने के आदेशों की प्रशंसा की है। चेतन प्रसाद नौटियाल लंबे समय तक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में प्राचार्य सहित विद्यालयी शिक्षा में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं और शिक्षा के क्षेत्रमें उनका लंबा अनुभव है। विभाग में लंबे समय तक सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्त होकर अब वह अनेक समाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।
     उन्होंने ने कहा है कि आज वक्त की जरूरत है कि एक ही परिसर में संचालित ऐसे विद्यालयों को एकीकृत किया जाना चाहिए। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यालय जहां छात्र विहीन होते जा रहे हैं वहीं संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी यह आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि हाईस्कूल के रूप में उच्चीकृत होने पर जूनियर और माध्यमिक विद्यालयों का संचालन अलग-अलग किया जाना अव्यवहारिक है। कक्षा 6 से 10 तक नामांकन से लेकर विद्यालय संचालक तक का संपूर्ण उत्तरदायित्व हाईस्कूल प्रधानाध्यापक का होना चाहिए। कक्षा-6 में प्रवेश प्रधानाध्यापक हाई स्कूल के द्वारा दिलवाया जाना चाहिए। ऐसा होने पर कक्षा-6 के बाद कक्षा 7,कक्षा-7 के बाद कक्षा-8, कक्षा-8 के बाद-9, एवं -9 के बाद दसवीं कक्षा में छात्र एक ही विद्यालय में लगातार प्रोन्नत होता चलाया जाएगा।
       वर्तमान व्यवस्था के अंतर्गत राज्य में बहुत कम ऐसे विद्यालयों में कक्षाएं एकीकृत रूप से तो संचालित की जा रही है ऐसे में कक्षा-8 पास करने के बाद एक ही विद्यालय होने के बावजूद भी विद्यार्थियों की टीसी निर्गत की जाती है और उसे इसी विद्यालय में कक्षा-9 में प्रवेश दिलवाया जाता है। जहां तक पठन-पाटन की बात है जूनियर हाई स्कूल और हाई स्कूल के सभी अध्यापक मिलजुल कर पठन-पाठन करते रहेंगे और उनके संवर्ग भी अलग-अलग ही रहेंगे इस बिंदु पर सभी अध्यापकों को सहमत होना चाहिए ।

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