Teachers will boycott Swift Chat app: राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के आवाहन पर स्विफ्ट चैट एप पर उपस्थिति का शुरू हुआ बहिष्कार, क्या शिक्षकों की सत्यनिष्ठा पर संदेह की उपज है स्विफ्ट चैट ?

Report by- Sushil Dobhal
उत्तराखंड स्टेट प्राईमरी टीचर्स एसोसिएशन और उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के बाद राजकीय शिक्षक संघ ने भी अब स्विफ्ट चैट एप पर हर दिन ऑनलाइन चेक इन और लोकेशन साझा करने की प्रक्रिया के बहिष्कार का ऐलान किया है। संघ ने सभी विद्यालयों की शाखाओं से स्विफ्ट चैट एप के बजाय उपस्थिति पंजिका पर ही पहले की भांति उपस्थिति दर्ज करने की अपील की है।
     राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड सहित अन्य शिक्षक संगठन स्विफ्ट चैट ऐप पर हर दिन ऑनलाइन चेक-इन और लोकेशन साझा करने की प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। शिक्षक संघों का कहना है कि यह प्रक्रिया व्यावहारिक नहीं है, खासकर ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में खराब नेटवर्क के कारण इस प्रक्रिया में तमाम समस्याएं पैदा हो रही है। साथ ही यह प्रक्रिया शिक्षकों की सत्यनिष्ठा पर संदेह पैदा करता है।
   राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय, मंडलीय और जनपद कार्यकारिणियों की आवाहन पर ब्लॉक कार्यकारिणियों ने सभी शाखाओं से स्विफ्ट चैट पर उपस्थिति और लोकेशन अंकित करने का बहिष्कार और पूर्व की भांति उपस्थिति पंजिका और बायोमेट्रिक सिस्टम पर ही उपस्थित अंकित करने की अपील की है। इसी क्रम में राजकीय शिक्षक संघ के ज़ाखणीधार ब्लॉक के अध्यक्ष रजनीश नौटियाल और मंत्री कुशाल सिंह बगियाल ने विकासखंड के सभी विद्यालयों के शिक्षकों से संगठन के आवाहन पर स्विफ्ट चैट का विरोध करते हुए उपस्थिति पंजिका और बायोमेट्रिक पर ही उपस्थित अंकित करने की अपील की है। संघ की अपील पर आज अधिकतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों ने Swift Chat App पर चेक इन नहीं किया।


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