फर्जीवाड़ा: एनआईओएस डीएलएड के सात शिक्षक हुए बर्खास्त, तथ्यों को छुपाकर आवेदन करना पड़ा भारी, अब होगी वसूली
Report by- Sudhanshu Dobhal
जनपद रुद्रप्रयाग में तथ्यों को छुपाते हुए एनआईओएस प्रशिक्षण लेकर नौकरी पर लगे 7 प्राथमिक सहायक अध्यापकों को शिक्षा विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। मीडिया में मामला उछलने के बाद बीते दिनों शिक्षा विभाग ने इस प्रकरण की गहनता से जांच की। जांच में पाया गया कि उक्त शिक्षकों ने एनआईओएस प्रशिक्षण से पहले भी प्रशिक्षण लिया था, जिससे उन्हें नौकरी से हटा दिया गया है।
शिक्षा विभाग को न्यायालय के आदेशों के अनुरूप राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से प्रशिक्षण ले चुके बेरोजगारों को सहायक अध्यापक के पदों पर नौकरी देने को कहा गया था। इस प्रक्रिया में ऐसे युवाओं को नौकरी देनी थी जिन्होंने वर्ष 2017-2019 से पहले किसी तरह का कोई प्रशिक्षण न लिया जो। इसके बाद शिक्षा विभाग ने जनपद में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की। जनपद रुद्रप्रयाग से मई माह अंत में कुल 21 शिक्षकों को एनआईओएस कोर्स की बदौलत प्राथमिक विद्यालयों में बतौर सहायक अध्यापक ज्वाइंनिंग दी गई। हालांकि इस बीच स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश हो गया, जिससे स्कूल खुलते ही अब शिक्षकों ने अपनी सेवाएं देनी थी, किंतु इससे पहले ही जांच के बाद विभाग ने उक्त 7 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक अजय चौधरी ने बताया कि मामले में जांच पूरी कर दी गई है। जनपद में 7 ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने एनआईओएस प्रशिक्षण से पहले भी बीएड या टीईटी प्रशिक्षण लिया था, जिससे उन्हें नौकरी से हटा दिया है।
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