राजकीय शिक्षक संघ के आह्वान पर शिक्षकों ने प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती को निरस्त करने समेत 34 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) कार्यालय नरेंद्रनगर में बुधवार को धरना-प्रदर्शन किया। बुधवार को जिलाध्यक्ष दिलवर रावत के नेतृत्व में जिलेभर के सैकड़ों शिक्षक सीईओ कार्यालय परिसर पहुंचे। इस दौरान वक्ताओं ने प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती को निरस्त करने, सभी स्तर पर लगभग 8-9 वर्षो से रुकी हुई पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करने, प्रशासनिक संवर्ग में कोटा निर्धारित करने, अनुरोध के स्थानांतरण वर्षभर जारी रखने, प्रोन्नत एवं चयन वेतनमान के लिए पूर्व सेवा को जोड़ने, एलटी से प्रवक्ता पद पर पदोन्नति में होने वाले आर्थिक नुकसान को दूर करने समेत तमाम मांगें उठाईं।
इस दौरान राजकीय शिक्षक संघ टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष दिलबर रावत ने कहा कि शिक्षक 30-35 साल तक एक ही पद पर सेवा करते हुए सेवानिवृत्त हो रहे हैं। शासन और विभाग का कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानाध्यापक एवं प्रवक्ता पर पदोन्नति की सूची जारी नहीं की जाएगी, प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती को निरस्त नहीं किया जाएगा, तब तक यह आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा।
मांगे मानी जाने तक जारी रहेगा शैक्षणिक कार्य बहिष्कार
संघ की जिला अध्यक्ष दिलबर रावत ने कहा है कि राजकीय शिक्षक संघ के आंदोलन को राज्य में तमाम संगठनों का समर्थन मिला है। शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के पदाधिकारियों व सभी शिक्षकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रांतीय कार्यकारिणी ने निर्णय लिया कि जब तक शैक्षणिक कार्य करने हेतु आम शिक्षक की सहमति नहीं बनती है व जब तक पदोन्नति आदेश जारी नहीं होते तथा प्रधानाचार्य सीमित भर्ती परीक्षा निरस्त नहीं होती, स्थानांतरण प्रक्रिया गतिमान नहीं होती एवं 34 सूत्रीय मांगों पर शासनादेश जारी नहीं होता है तब तक शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार गतिमान रहेगा


nargis
ReplyDeleteMain ek middle class family se hu Mujhe chakravarthi ki aavsyakta hai
ReplyDeletemujhe Apne futur
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